तेरी सूरत को आँखों में बसा चुका हूँ मैं,
दिल चाहता है तुझे धड़कन बना के रखूं..
तुझे पाने का सपना अब देखता हूँ हरदम,
दिल चाहता है तुझे मैं तुझसे चुरा के रखूं..
तुझे चाहना तुझे सोचना अब है काम मेरा,
तेरे रंग रूप को मैं सबसे छुपा के रखूं..
करलूं कैद तेरे रंग रूप को अपने दिल में,
तुझे मैं प्यार की जंजीर पहना के रखूं..
कोई जान ना पाए मेरी आँखों में कौन है,
मैं अपनी आँखों को समुन्दर बना के रखूं..
दिल कहता है अब कोई और तुझसे ना मिले,
आखिरी सांस तक तुझे अपना बना के रखूं..