गुरुवार, 28 फ़रवरी 2013

तुझे अपना बना के रखूं..

तेरी सूरत को आँखों में बसा चुका हूँ मैं,
दिल चाहता है तुझे धड़कन बना के रखूं..

तुझे पाने का सपना अब देखता हूँ हरदम,
दिल चाहता है तुझे मैं तुझसे चुरा के रखूं..

तुझे चाहना तुझे सोचना अब है काम मेरा,
तेरे रंग रूप को मैं सबसे छुपा के रखूं..

करलूं कैद तेरे रंग रूप को अपने दिल में,
तुझे मैं प्यार की जंजीर पहना के रखूं..

कोई जान ना पाए मेरी आँखों में कौन है,
मैं अपनी आँखों को समुन्दर बना के रखूं..

दिल कहता है अब कोई और तुझसे ना मिले,
आखिरी सांस तक तुझे अपना बना के रखूं..

सोमवार, 25 फ़रवरी 2013

मैं साया हूँ तेरा..


जिंदगी में कभी खुद को अकेला ना समझना,
साथ हूँ मैं तेरे साया बनकर जुदा ना समझना,

चाहता हूँ मैं तुमको अपनी जान से भी ज्यादा,
मेरी मोहब्बत को कभी मजाक मत समझना,

तुमसे मेरी ज़िन्दगी है और है मेरी मौत भी,
जीवन में कभी भी मुझे अनजान ना समझना,

वादा है मेरा कि रहूँगा मैं तेरे साथ जीवन भर,
अगर ज़िन्दगी साथ न दे बेबफा ना समझना,

अब भी तू मेरा प्यार ठुकराना चाहे अगर,
मुक्कदर होगा ये मेरा अपनी खता ना समझना 

शुक्रवार, 8 फ़रवरी 2013

तुम आये तो सब अच्छा लगा..

दुनिया की इस भीड़ में एक अजनबी का सामना अच्छा लगा,
सब से नजरें छुपा कर बस उसको निहारना बहुत अच्छा लगा,

इन आँखों के पलकों पे कुछ मीठे मीठे ख्वाब से सजने लगे,
किसी और से बातें करते करते उसको सोचना अच्छा लगा,

कह तो वैसे भी हम कुछ नहीं रहे थे  लेकिन उसका एकदम,
मेरे सुर्ख होटों पर रख कर हाथ उसका रोकना अच्छा लगा,

हम तो बैठे थे दिल में अपने ना जाने कितने दर्दों को लिए,
तुम्हारे दर्द अब मेरे भी है कानों को ये सुनना अच्छा लगा,

हम तो अपने दिल को बाँध बैठे थे उसको भुलाने के लिए,
वो यूं मिला कि भूलने का बुरा इरादा तोड़ना अच्छा लगा...