गुरुवार, 31 जनवरी 2013

तुम हो तो सब है तुम नहीं तो कुछ नहीं...


मैं दर्दों से लिखता हूँ ज़िन्दगी के किस्से,
तुम सब दर्द उनमे से चुरा लोगे ना...

हवाओं के तेवर से बहुत मायूस हूँ मैं,
ये जलते दिए आँधियों से बचा लोगे ना...

बेखबर हैं चाँद सुध लेता ही नहीं हमारी,
तुम भी सितारों से दिल बहला लोगे ना...

सजा दें अगर अपनी शायरी क़दमों पर तुम्हारे,
अपनी पलकों पर तुम इनको उठा लोगे ना...

यकीन हैं मुझको ना भुला पाओगे तुम भी,
फांसले जो दरमियान हैं उनको मिटा दोगे ना...

चल रहा हूँ सफ़र के आखिरी पड़ाव पर,
मेरी सब तन्हाइयां अब चुरा लोगे ना...

अब रहूंगा मैं बस तुझसे ही ज़िंदा,
मेरे हर कदम पर साथ खड़े तुम होगे ना....

गुरुवार, 24 जनवरी 2013

खुद को मिटाने वाले थे...


वो बहुत लडे हैं हमसे जो बड़े नाम वाले थे,
पर हम उसका दर छोड़ कर कहाँ जाने वाले थे,
हमने तो मोहब्बत निभाने की कसम खाई थी,
क्या थी खबर वो बीच रास्ते से जाने वाले थे,
आरज़ू उन्हें पाने की हमारे दिल में ही रह गयी,
साजिस थी उनकी हमारा दिल भी जलाने वाले थे,
बहुत कोशिश की सबने और तौहीन भी की है,
पर हमारे अन्दर हुनर सब दीवाने वाले थे,
अच्छा हुआ वो जल्द ही किसी और के हो गए,
वरना हम उनकी चाहत में खुद को मिटाने वाले थे...

शनिवार, 19 जनवरी 2013

अपने साथ अपना सब कुछ ले जा...


जुदा हुए ही थे तो मेरे दिल को भी साथ ले जा ,
मेरे इन प्यासे लबों से अपनी मिठाश भी ले जा,
चल और छोड़ आ मुझे कहीं घने जंगलों में,
ये धूप छाँव जैसी धुंधली आस भी ले जा,
मैं प्यासा हूँ बस तेरे प्यार के एक पल का,
अब जमी हुई मेरे होठों की प्यास भी ले जा,
मेरे कदम कदम पर सुहाने पलों की यादें है,
अब इन यादों से भरा ये इतिहास भी ले जा,
सांस सांस में खटकेगा तेरे ना होने का एहसास,
फिजा में बिखरी हुई अपनी खुसबू भी ले जा... 

गुरुवार, 10 जनवरी 2013

मैं तुझसे ही हूँ...


मुमकिन नहीं मैं भुला दूँ तुझे,
इस दिल से मैं निकाल दूँ तुझे,
तू रहता है बनके साया मेरे साथ,
कुछ ना चाहूँ बस चाहूँ तेरा प्यार,
तू जिंदगी में है तो जी रहा हूँ मैं,
जानले इतना तुझसे ज़िंदा हूँ मैं,
तू नहीं तो जिंदगी मेरी अधूरी है,
तुझसे ही मेरी हर ख्वाइस पूरी है,
इल्तजा है मेरी मेरे खुदा से अब,
ना रहे तू कभी आँखों से दूर अब...