उठ उठ के किसी का इंतज़ार करके देखना,
तुम भी कभी किसी से प्यार करके देखना...
कैसे टूटते हैं मोहब्बतों के रिश्ते,
गलतियां कभी दो चार करके देखना...
जिंदगी का हाथों से फिसलना समझना है तो,
बारिश में कच्चा मकान खडा करके देखना...
नफरत हो जायेगी तुम्हे भी इस दुनिया से,
मोहब्बत किसी से बेशुमार करके देखना...