वो बहुत लडे हैं हमसे जो बड़े नाम वाले थे,
पर हम उसका दर छोड़ कर कहाँ जाने वाले थे,
हमने तो मोहब्बत निभाने की कसम खाई थी,
क्या थी खबर वो बीच रास्ते से जाने वाले थे,
आरज़ू उन्हें पाने की हमारे दिल में ही रह गयी,
साजिस थी उनकी हमारा दिल भी जलाने वाले थे,
बहुत कोशिश की सबने और तौहीन भी की है,
पर हमारे अन्दर हुनर सब दीवाने वाले थे,
अच्छा हुआ वो जल्द ही किसी और के हो गए,
वरना हम उनकी चाहत में खुद को मिटाने वाले थे...
Bohot khoob ... looking forward for more :-)
जवाब देंहटाएंअच्छी कविता। प्रकाशनीय है।
जवाब देंहटाएंWah ,, , yar tu toh pakka kavi hai :))
जवाब देंहटाएंधन्यबाद जी...
हटाएंआप महान हैं
जवाब देंहटाएंbohot khoob ankur jee... toote dil ki aap feelings bohot hi acchi tarah se apne writing mein carve karte h :)
जवाब देंहटाएंWaah!! Bahot barhiya kavita hai bhai...
जवाब देंहटाएंbahut khub kese tarif kare
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