सोमवार, 5 नवंबर 2012

मेरी माँ....



मेरे लिए भगवान् है मेरी माँ,

बहुत ही महान है मेरी माँ,
उनसे ही है जीवन मेरा,
उनके चरणों में स्वर्ग है मेरा,
संस्कार भी मैंने उनसे लिए,
अच्छा बुरा भी उनसे सीखा,
चिंता मेरी बहुत वो करती,
रोज मेरे लिए दुआएं करती,
पहले मुझको खाना खिलाती,
बाद में बचता तब वो खाती,
अगर मैं बीमार हो जाता,
मुझे देख वो रो जाती,
माँ बिन मेरा जीवन अधूरा,
वो है साथ तो सब कुछ पूरा....


--- अंकुर गुप्ता 

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